Ration Card News – अगर आपके पास बीपीएल या अंत्योदय राशन कार्ड है और आप सरकारी सस्ते राशन का फायदा उठा रहे हैं तो ये खबर आपके लिए जरूरी है। अब RATION CARD DECREASE यानी फर्जी और अपात्र लोगों के राशन कार्ड रद्द करने की प्रक्रिया तेज हो चुकी है। कई लोग झूठे दस्तावेजों के सहारे बीपीएल कार्ड बनवाकर सरकार की योजनाओं का गलत फायदा उठा रहे हैं। अब ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई होने जा रही है और कई मामलों में एफआईआर तक दर्ज की जा सकती है।
हर महीने सैकड़ों करोड़ का हो रहा खर्च
बीपीएल और अंत्योदय योजना के तहत लाखों परिवारों को हर महीने अनाज, चीनी और सरसों तेल जैसी जरूरी चीजें सब्सिडी रेट पर दी जाती हैं। इसमें सरकार को हर महीने भारी खर्च उठाना पड़ता है। इस समय कुल 51 लाख से ज्यादा कार्डधारी परिवारों को सस्ते दाम पर राशन मिल रहा है। हर महीने लगभग 241 करोड़ रुपये का खर्च सरकार को उठाना पड़ रहा है जिसमें करीब 119 करोड़ अनाज पर, 13 करोड़ चीनी पर और 109 करोड़ सरसों तेल पर खर्च हो रहा है। ऐसे में ये बहुत जरूरी हो गया है कि जो लोग अपात्र हैं उनका नाम सूची से हटाया जाए ताकि सही लोगों को योजना का लाभ मिल सके।
क्या मिलता है बीपीएल कार्डधारकों को राशन में
इस योजना के तहत हर बीपीएल परिवार को कुछ निश्चित मात्रा में सस्ते दामों पर जरूरी चीजें दी जाती हैं। इसमें 2 किलो आटा, 3 किलो बाजरा या अन्य अनाज, 1 किलो चीनी जो कि सिर्फ 13 रुपये 50 पैसे प्रति किलो के हिसाब से मिलती है और 2 लीटर सरसों तेल जो सिर्फ 20 रुपये प्रति लीटर की दर से मिलता है। इस योजना का असली उद्देश्य यही है कि गरीब परिवारों को दो वक्त का भोजन आसानी से मिल सके।
कौन बना सकता है बीपीएल राशन कार्ड
बीपीएल कार्ड पाने के लिए कुछ शर्तें तय की गई हैं जिनका पालन करना जरूरी है। परिवार की सालाना आय एक लाख अस्सी हजार रुपये से कम होनी चाहिए। नाम परिवार पहचान पत्र में दर्ज और पूरी तरह से सत्यापित होना चाहिए। इसके अलावा आवेदक के पास राज्य का स्थायी निवासी प्रमाणपत्र होना चाहिए और आय से जुड़े सभी दस्तावेज भी सही होने चाहिए। अगर इन शर्तों में गड़बड़ी पाई जाती है तो कार्ड रद्द किया जा सकता है।
किस वजह से रद्द हो सकता है कार्ड
अगर किसी व्यक्ति के नाम चार पहिया वाहन है, उसका सालाना बिजली बिल बीस हजार रुपये से ज्यादा है, उसने अपनी असली आय छुपाकर कम दिखाई है या फिर दस्तावेजों में फर्जीवाड़ा किया है तो उसका राशन कार्ड तुरंत रद्द किया जा सकता है। इसके अलावा ऐसे व्यक्ति से वसूली भी की जा सकती है और कानून के तहत कार्रवाई भी हो सकती है। यानी अब सिर्फ कार्ड रद्द नहीं होगा बल्कि सख्त कानूनी कदम भी उठाए जा सकते हैं।
अब मोबाइल पर मिल रही राशन से जुड़ी जानकारी
अब लाभार्थियों को उनके मोबाइल नंबर पर एसएमएस के जरिए यह जानकारी दी जा रही है कि उन्हें राशन कब मिलेगा, कितना मिलेगा और कौन-कौन सी चीजें उपलब्ध हैं। इस मैसेज में डिपो का नाम और स्थान भी दिया जाता है ताकि लाभार्थी आसानी से राशन ले सकें। इससे डिपो पर भीड़ भी कम हो रही है और लोगों को समय पर राशन मिल रहा है।
अप्रैल का राशन मार्च में ही मिल गया
इस बार अप्रैल महीने का राशन मार्च की शुरुआत में ही उपलब्ध करवा दिया गया था। एक या दो मार्च को ही सभी राशन डिपो पर सामान भेज दिया गया था जिससे लोगों को पूरा एक महीना मिल सके राशन लेने के लिए। राज्य में करीब 9500 राशन डिपो हैं जहां से हर महीने करीब 52 लाख लोगों को राशन दिया जाता है।
क्यों जरूरी है फर्जी कार्डधारकों की पहचान
बीपीएल और अंत्योदय योजनाएं सिर्फ उन लोगों के लिए हैं जो वाकई में आर्थिक रूप से कमजोर हैं और जिन्हें मदद की सबसे ज्यादा जरूरत है। अगर ऐसे में कोई साधन संपन्न व्यक्ति झूठ बोलकर कार्ड बनवा लेता है तो वह किसी गरीब का हक छीन रहा होता है। इसलिए अब सरकार पूरी तरह सख्ती के मूड में है और RATION CARD DECREASE की प्रक्रिया को प्राथमिकता पर रख रही है।
अब साफ हो चुका है कि जो लोग झूठे दस्तावेजों के आधार पर बीपीएल कार्ड बनवाकर सरकारी योजनाओं का फायदा उठा रहे हैं उनके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे। इस तरह की कार्रवाई से असली जरूरतमंदों तक राशन और अन्य सुविधाएं सही तरीके से पहुंचेंगी। अगर आप इस योजना के पात्र हैं तो बेझिझक लाभ लें लेकिन अगर कार्ड किसी गलत जानकारी पर बना है तो जल्द ही सही जानकारी अपडेट करें वरना कार्रवाई तय है।
आगे चलकर इस तरह की सख्ती से न सिर्फ सरकारी पैसे की बचत होगी बल्कि जिन लोगों को सच में मदद चाहिए उन तक सहायता पहुंच पाएगी। योजनाओं का सही तरीके से लाभ लेने के लिए जरूरी है कि लोग ईमानदारी से दस्तावेज़ जमा करें और पात्रता के अनुसार ही आवेदन करें।