Senior Citizen Concession – हमारे समाज में बुज़ुर्गों का विशेष स्थान है और उनके योगदान को सम्मानित करने के लिए सरकार और निजी संस्थाएं हमेशा प्रयासरत रहती हैं। बुज़ुर्गों की जरूरतों और आराम का ख्याल रखते हुए सरकार और विभिन्न ट्रांसपोर्ट कंपनियों ने सीनियर सिटीज़न्स के लिए कई सुविधाएं और छूट प्रदान की हैं। अब सीनियर सिटीज़न्स को फ्लाइट, ट्रेन और बस यात्रा में विशेष लाभ मिल रहा है, जिससे उनकी यात्रा को और भी आरामदायक और किफायती बनाया जा रहा है। चलिए जानते हैं कि ये विशेष लाभ क्या हैं और कैसे आप या आपके परिवार के बुज़ुर्ग सदस्य इनका फायदा उठा सकते हैं।
फ्लाइट में Senior Citizen को मिलने वाली सुविधाएं
फ्लाइट यात्रा में सीनियर सिटीज़न्स को विशेष लाभ मिलता है, जिसे विभिन्न एयरलाइंस कंपनियां जैसे एयर इंडिया, इंडिगो और गो फर्स्ट प्रदान करती हैं। इन एयरलाइंस कंपनियों द्वारा सीनियर सिटीज़न्स को 6% से लेकर 50% तक की छूट दी जाती है, हालांकि कुछ शर्तों के साथ। इस छूट का लाभ केवल बेस फेयर पर मिलता है, और टैक्स व अन्य चार्जेस अलग से होते हैं। इसके लिए सीनियर सिटीज़न्स को अपनी यात्रा के दौरान आयु प्रमाण पत्र दिखाना होता है, जैसे आधार कार्ड या पेंशन कार्ड। सामान्यतः 60 वर्ष या उससे ऊपर के लोग इस छूट के पात्र होते हैं।
उदाहरण के तौर पर, मेरे पिताजी ने हाल ही में दिल्ली से मुंबई की यात्रा की थी और उन्हें इंडिगो से 15% की छूट मिली, जिससे ₹850 की बचत हुई। इस तरह की छूट सीनियर सिटीज़न्स को यात्रा के खर्च को कम करने में मदद करती है और यात्रा को और भी सुलभ बनाती है।
ट्रेन में वरिष्ठ नागरिकों के लिए छूट और विशेष सीटें
रेलवे विभाग भी सीनियर सिटीज़न्स को विशेष छूट और सुविधाएं प्रदान करता है। पहले रेलवे महिलाओं (58 वर्ष+) को 50% और पुरुषों (60 वर्ष+) को 40% की छूट देता था, लेकिन कोरोना के कारण इसे अस्थायी रूप से रोका गया था। हालांकि अब कुछ ट्रेन रूट्स और कोचेस में सीनियर सिटीज़न्स के लिए रिजर्व सीटें दी जा रही हैं। साथ ही, ऑनलाइन बुकिंग के दौरान ‘Senior Citizen Quota’ से टिकट बुक किया जा सकता है।
रेलवे ने दिव्यांगों और सीनियर सिटीज़न्स को बर्थ एलोकेशन में वरीयता देने का भी नियम बनाया है। इसके अलावा प्रमुख स्टेशनों पर सीनियर सिटीज़न सहायता डेस्क, व्हीलचेयर, बैटरी कार, और एस्केलेटर जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जा रही हैं।
रेलवे की महत्वपूर्ण जानकारी इस प्रकार है:
- आयु सीमा: पुरुषों के लिए 60 वर्ष और महिलाओं के लिए 58 वर्ष
- छूट का प्रतिशत: पुरुष – 40%, महिला – 50% (फिलहाल आंशिक रूप से लागू)
- आवश्यक दस्तावेज: आधार कार्ड, पैन कार्ड या सीनियर सिटीजन कार्ड
- रिजर्वेशन कोटा: ‘Senior Citizen’ कोटा
- बर्थ प्राथमिकता: लोअर बर्थ प्राथमिकता पर
बस यात्रा में मिलने वाली सुविधाएं
राज्य परिवहन निगमों द्वारा भी सीनियर सिटीज़न्स को छूट प्रदान की जाती है। उत्तर प्रदेश रोडवेज, महाराष्ट्र एसटी, दिल्ली डीटीसी जैसे परिवहन विभाग सीनियर सिटीज़न्स को 5% से लेकर 50% तक की छूट देते हैं। कुछ राज्यों में तो सीनियर सिटीज़न्स के लिए मुफ्त बस सेवा भी उपलब्ध है, जैसे दिल्ली में महिलाओं के लिए मुफ्त बस सेवा। बस टिकट लेते समय उम्र संबंधी प्रमाण पत्र दिखाना अनिवार्य होता है।
एक और उदाहरण के तौर पर, मेरी दादी ने देहरादून से हरिद्वार बस यात्रा की थी और उन्हें 25% की छूट मिली, जिससे ₹65 के टिकट पर ₹16.25 की बचत हुई।
कैसे उठाएं इन सुविधाओं का लाभ?
सीनियर सिटीज़न्स के लिए इन सुविधाओं का लाभ उठाना बेहद आसान है। सबसे पहले आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि जब आप यात्रा की योजना बना रहे हों, तो सही प्लेटफॉर्म पर बुकिंग करें। जैसे, यदि आप ट्रेन से यात्रा कर रहे हैं, तो IRCTC की वेबसाइट पर ‘Senior Citizen’ का विकल्प चुनें। फ्लाइट बुक करते समय एयरलाइंस की वेबसाइट पर ‘Senior Citizen’ का विकल्प चुनें और आयु प्रमाण पत्र के रूप में आधार कार्ड या पेंशन कार्ड का इस्तेमाल करें।
राज्य परिवहन वेबसाइट पर जाकर भी आप संबंधित राज्य की परिवहन सेवा के बारे में जानकारी ले सकते हैं और वहां से सीनियर सिटीज़न की छूट के लाभ उठा सकते हैं। यदि आपको ऑनलाइन बुकिंग में कोई परेशानी हो, तो आप ट्रैवल एजेंट्स से भी मदद ले सकते हैं, जो इन छूटों की जानकारी रखते हैं और आपको बुकिंग में सहायता कर सकते हैं।
यात्रियों के लिए अतिरिक्त सुझाव
- यात्रा से पहले सीट बुकिंग कन्फर्म कर लें ताकि सुविधा से बैठ सकें।
- यदि व्हीलचेयर या सहायता की जरूरत हो, तो यात्रा से 24 घंटे पहले सूचित करें।
- यात्रा के दौरान पर्याप्त पानी और दवाइयां साथ रखें।
- यात्रा के दौरान सीनियर सिटीज़न्स को आरामदायक महसूस कराना सबसे महत्वपूर्ण है, इसलिये उन्हें आरामदायक यात्रा का अनुभव देने का प्रयास करें।
सीनियर सिटीज़न्स के लिए यह पहल न केवल एक राहत है बल्कि सम्मान का प्रतीक भी है। सरकार और ट्रांसपोर्ट कंपनियों की इस पहल से न सिर्फ बुज़ुर्गों की यात्रा आसान होती है, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर और सुरक्षित अनुभव भी होता है। ऐसे में जरूरी है कि हम इस जानकारी को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाएं, ताकि वे भी इसका लाभ ले सकें। इस पहल से सीनियर सिटीज़न्स को एक नई यात्रा का अनुभव मिल सकता है, जो उनके जीवन को और भी सुकून भरा बना सकता है।
अगर आपके घर में सीनियर सिटीज़न हैं, तो अगली यात्रा से पहले उनकी बुकिंग इन लाभों के साथ करें और उन्हें भी बताएं कि उनकी उम्र अब सम्मान की उम्र है – और इसका पूरा लाभ वे उठाएं।