DA Hike News – 2025 से केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए बड़ी राहत की खबर सामने आई है। इस तारीख से महंगाई भत्ते यानी डीए में दो प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है। पहले जहां डीए 53 फीसदी था, अब यह बढ़कर 55 फीसदी हो गया है। इस फैसले से लाखों कर्मचारियों और पेंशनर्स की सैलरी में सीधा इज़ाफा देखने को मिलेगा, जिससे उनकी मासिक आय में कुछ राहत महसूस की जा सकेगी।
महंगाई भत्ते में 2 फीसदी की बढ़ोतरी का असर
मान लीजिए किसी कर्मचारी का बेसिक वेतन 25 हजार रुपये है। पहले उसे 53 प्रतिशत के हिसाब से तेरह हजार दो सौ पचास रुपये डीए के रूप में मिलते थे। अब वही डीए बढ़कर 13 हजार सात सौ पचास रुपये हो जाएगा। यानी हर महीने पांच सौ रुपये और साल में कुल छह हजार रुपये का फायदा होगा। यही नियम पेंशनर्स पर भी लागू होता है, जिनकी पेंशन में डियरनेस रिलीफ के रूप में यह रकम जुड़ती है।
पेंशनभोगियों के लिए भी राहत
जिन लोगों को रिटायरमेंट के बाद पेंशन मिलती है, उनके लिए भी यह बढ़ोतरी राहत लेकर आई है। उदाहरण के लिए अगर किसी पेंशनर की मूल पेंशन 20 हजार रुपये है, तो 53 प्रतिशत डियरनेस रिलीफ पर उसे 10,600 रुपये मिलते थे। अब 55 प्रतिशत होने पर यह बढ़कर 11 हजार रुपये हो जाएंगे। यानी हर महीने चार सौ रुपये का फायदा। इस तरह की छोटी-छोटी बढ़ोतरी महंगाई के इस दौर में राहत पहुंचाती हैं।
8वें वेतन आयोग की चर्चा भी तेज
एक और बड़ी खबर यह है कि सरकार ने 8वें वेतन आयोग को लेकर काम शुरू कर दिया है। यह आयोग केंद्र सरकार के कर्मचारियों की सैलरी और अन्य सुविधाओं की समीक्षा करेगा। आमतौर पर जब कोई नया वेतन आयोग लागू होता है तो उस समय तक जमा हो चुका पूरा डीए मूल वेतन में जोड़ दिया जाता है। 2016 में जब 7वां वेतन आयोग लागू हुआ था, तब 125 फीसदी डीए को बेसिक में मिला दिया गया था। ऐसा ही कुछ इस बार भी हो सकता है।
फिटमेंट फैक्टर क्या होता है और क्यों है ज़रूरी
फिटमेंट फैक्टर दरअसल एक गुणांक होता है जो यह तय करता है कि नया वेतन कितना होगा। 7वें वेतन आयोग के समय यह 2.57 था जिससे न्यूनतम वेतन 7 हजार से बढ़कर 18 हजार रुपये हो गया था। अब अटकलें हैं कि 8वें वेतन आयोग में यह 2.28, 1.92 या फिर 2.86 के आसपास हो सकता है। अगर 2.86 फिटमेंट फैक्टर लागू होता है तो मौजूदा 18 हजार की बेसिक सैलरी सीधे 51,480 रुपये तक पहुंच सकती है। इससे कर्मचारियों की इनकम में जबरदस्त उछाल आएगा।
क्या होगा डीए और फिटमेंट फैक्टर का मिलाजुला असर
मान लीजिए कि किसी कर्मचारी का बेसिक वेतन 30 हजार रुपये है। अभी के हिसाब से 55 प्रतिशत डीए के चलते उसे 16,500 रुपये मिलते हैं। पहले यह 15,900 रुपये था, तो इस महीने से उसे हर महीने 600 रुपये का ज्यादा फायदा मिल रहा है। लेकिन अगर 8वें वेतन आयोग में 1.92 का फिटमेंट फैक्टर लागू हो जाता है तो उसका बेसिक सीधे 57,600 रुपये हो जाएगा। फिर नए डीए और एचआरए के हिसाब से कुल सैलरी में भारी उछाल आएगा।
कर्मचारी संगठन भी एक्टिव मोड में
22 अप्रैल 2025 को राष्ट्रीय परिषद (जेसीएम) की एक अहम बैठक हुई जिसमें कर्मचारियों की मांगों पर चर्चा की गई। इसमें न्यूनतम वेतन, फिटमेंट फैक्टर, प्रमोशन पॉलिसी और पेंशन से जुड़े मुद्दों पर बात हुई। खासकर डीए को बेसिक में मर्ज करने और उचित फिटमेंट फैक्टर के मुद्दे पर विशेष जोर दिया गया। कर्मचारियों का मानना है कि अगर दोनों चीज़ें सही तरीके से तय हो जाती हैं तो उनका फायदा कई गुना बढ़ जाएगा।
8वें वेतन आयोग लागू होने में कितना वक्त लगेगा
7वां वेतन आयोग दिसंबर 2025 तक वैध है। सरकार की मंशा है कि 1 जनवरी 2026 से नया वेतन आयोग लागू हो जाए। लेकिन हकीकत यह है कि रिपोर्ट बनाने, सिफारिशें तैयार करने और उसे लागू करने की प्रक्रिया में 12 से 15 महीने का वक्त लग सकता है। यानी असल में कर्मचारियों को इसका लाभ 2027 की शुरुआत से ही मिल पाएगा।
कुल मिलाकर क्या है फायदा
महंगाई भत्ते में दो प्रतिशत की बढ़ोतरी भले ही छोटी लगे, लेकिन इसका असर हर महीने की सैलरी और पेंशन पर सीधा पड़ता है। इसके अलावा आने वाला 8वां वेतन आयोग उम्मीदों की एक नई किरण है, जो कर्मचारियों की आर्थिक स्थिति को और बेहतर बना सकता है। अगर डीए का सही समय पर विलय और फिटमेंट फैक्टर का सही निर्धारण हुआ, तो इससे कर्मचारियों और पेंशनर्स – दोनों को बड़ा फायदा मिल सकता है।