Gold Price Today – भारत में सोने का मतलब सिर्फ गहने नहीं, बल्कि परंपरा, सुरक्षा और निवेश का एक मजबूत जरिया भी है। शादी-ब्याह हो, त्यौहार हो या कोई खास मौका—हर समय सोना खास होता है। लेकिन जब सोने की कीमतें अचानक धड़ाम से गिरें, तो खबर बन जाती है। और इस बार जो गिरावट देखने को मिली है, वो वाकई में पिछले कई सालों की सबसे बड़ी गिरावट मानी जा रही है।
क्या है आज का ताज़ा रेट?
अभी जो ताज़ा भाव सामने आया है, वो निवेशकों को तो थोड़ा परेशान कर सकता है, लेकिन आम खरीदारों के लिए एक सुनहरा मौका लेकर आया है।
24 कैरेट सोना (10 ग्राम): ₹89,720 से ₹103,370
22 कैरेट सोना (10 ग्राम): ₹82,240 से ₹95,232
18 कैरेट सोना (10 ग्राम): ₹67,290 से ₹77,917
चांदी (1 किलो): ₹70,673 से ₹94,000
दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता जैसे बड़े शहरों में भी यही ट्रेंड देखने को मिल रहा है। दिल्ली में तो रेट गिरकर ₹89,870 तक आ गया है, जबकि 3 दिन में ही करीब ₹2,500 की गिरावट दर्ज की गई है।
गिरावट की वजह क्या है?
अब सवाल आता है कि इतनी बड़ी गिरावट आई क्यों? तो इसके पीछे कई इंटरनेशनल और डोमेस्टिक फैक्टर काम कर रहे हैं। आइए, एक-एक करके समझते हैं –
डॉलर की मजबूती
जब डॉलर मजबूत होता है, तो सोने की इंटरनेशनल कीमतों पर असर पड़ता है। सोना महंगा हो जाता है और मांग घट जाती है। इस बार भी ऐसा ही हुआ है।
वैश्विक मंदी
दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाएं जैसे अमेरिका, यूरोप वगैरह आर्थिक मंदी की ओर बढ़ रही हैं। इससे निवेशकों में घबराहट है और वो सोने से पैसा निकाल रहे हैं।
मांग में गिरावट
भारत में अभी शादी-ब्याह और त्यौहारों का सीजन थोड़ा ठंडा पड़ा है, तो घरेलू मांग भी घटी है। इससे भी कीमतों पर असर पड़ा है।
प्रॉफिट बुकिंग
जब सोना पिछले कुछ समय से चढ़ता रहा, तो कई निवेशकों ने ऊंचे रेट पर बेचकर मुनाफा बुक कर लिया। इससे अचानक सप्लाई बढ़ गई और रेट नीचे आ गया।
शेयर बाजार में सुधार
शेयर मार्केट में तेजी आई है, जिससे निवेशक उधर शिफ्ट हो रहे हैं और सोने की डिमांड घट रही है।
ट्रेड वॉर और भू-राजनीतिक तनाव
अमेरिका-चीन के बीच ट्रेड टेंशन और दुनिया में चल रहे जियो-पॉलिटिकल इश्यू भी सोने की चाल को प्रभावित कर रहे हैं।
पिछले कुछ महीनों में कैसा रहा ट्रेंड?
मार्च और अप्रैल 2025 में सोने के दामों में खूब उथल-पुथल देखने को मिली है। 1 मार्च को 24 कैरेट सोना ₹92,000 था, जो 19 अप्रैल को ₹103,370 पहुंच गया और अब अचानक ₹89,720 तक गिर गया है। यानी दाम पहले आसमान पर गए और अब जमीन पर आ गिरे।
क्या आगे और गिरेंगे दाम?
कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर हालात ऐसे ही बने रहे – डॉलर मजबूत रहा, मांग में सुधार नहीं हुआ और मंदी गहराई – तो 24 कैरेट सोना ₹55,000 प्रति 10 ग्राम तक भी आ सकता है। हालांकि, यह बहुत एक्स्ट्रीम केस है, और ऐसा तभी होगा जब इंटरनेशनल मार्केट में बहुत बड़ा झटका लगे।
आम लोगों के लिए क्या मायने रखती है ये गिरावट?
खरीदारों के लिए बढ़िया मौका है शादी या त्योहार के लिए सोना खरीदना हो तो इससे अच्छा वक्त शायद न मिले।
निवेशकों को थोड़ा सतर्क रहने की जरूरत है अगर आपने ऊंचे भाव पर खरीदा था, तो अभी बेचने से नुकसान होगा।
ज्वैलर्स भी थोड़े टेंशन में हैं उन्होंने जो स्टॉक महंगे में खरीदा था, वो अब घाटे का सौदा लग रहा है।
क्या करें निवेशक?
जल्दबाजी से बचें: अभी बेचने का समय नहीं है, खासकर अगर आपने लॉन्ग टर्म के लिए निवेश किया था।
गिरावट का फायदा उठाएं: अगर आप सोना खरीदने की सोच रहे हैं, तो ये बढ़िया मौका है।
गोल्ड ETF और SGB जैसे विकल्प देखें: फिजिकल गोल्ड के अलावा डिजिटल या सरकारी विकल्पों पर भी नजर रखें।
डाइवर्सिफाई करें: सारा पैसा सिर्फ सोने में न लगाएं। शेयर, FD, म्यूचुअल फंड वगैरह में भी निवेश करें।
सोने की कीमतों में आई ये जबरदस्त गिरावट जहां एक तरफ निवेशकों के लिए थोड़ी चिंता का कारण बन सकती है, वहीं आम खरीदारों के लिए यह किसी वरदान से कम नहीं। अगर आप शादी, त्योहार या लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट की सोच रहे हैं, तो ये समय सही हो सकता है। बस ध्यान रखें – जल्दबाज़ी न करें, बाजार की चाल को समझें और फिर फैसला लें।