Gratuity Rules – अगर आप भी लंबे समय से नौकरी कर रहे हैं तो आपने ग्रेच्युटी शब्द जरूर सुना होगा। यह एक तरह का कर्मचारी लाभ होता है जो कंपनी अपने कर्मचारियों को उनके लंबे समय तक सेवा देने के बदले में देती है। बहुत से लोगों को यह नहीं पता होता कि उन्हें ग्रेच्युटी कब मिलेगी, कैसे मिलेगी और कितनी मिलेगी। इस लेख में हम आपको बिल्कुल आसान और कैजुअल भाषा में समझाएंगे कि ग्रेच्युटी क्या होती है, इसके लिए पात्रता क्या है और अगर आपने 5, 7 या 10 साल नौकरी की है तो कितनी ग्रेच्युटी मिलेगी।
ग्रेच्युटी क्या होती है
ग्रेच्युटी एक तरह का एकमुश्त फाइनेंशियल बेनिफिट है जो आपको तब मिलता है जब आप किसी कंपनी में लंबे समय तक काम करते हैं। इसे End of Service Benefit भी कहा जाता है। जब कोई कर्मचारी रिटायर होता है, नौकरी छोड़ता है या उसकी मृत्यु या विकलांगता हो जाती है तो कंपनी यह राशि उसे देती है। यह न सिर्फ आर्थिक सहारा होता है बल्कि यह आपकी वफादारी और मेहनत का इनाम भी होता है।
ग्रेच्युटी के लिए पात्रता क्या है
अगर आप ग्रेच्युटी पाना चाहते हैं तो इसके लिए कुछ शर्तें पूरी करनी जरूरी होती हैं
- आपने किसी एक ही कंपनी में लगातार 5 साल काम किया हो
- आपकी कंपनी में कम से कम 10 या उससे ज्यादा कर्मचारी हों
- यदि किसी की मृत्यु या स्थायी विकलांगता हो जाती है तो 5 साल की शर्त लागू नहीं होती
- ग्रेच्युटी रिटायरमेंट इस्तीफा या नौकरी से निकाले जाने की स्थिति में भी मिलती है
ग्रेच्युटी कैसे कैलकुलेट होती है
ग्रेच्युटी की गणना एक फॉर्मूले से होती है जिसे जानना बहुत जरूरी है। यह फॉर्मूला इस प्रकार है
ग्रेच्युटी = (अंतिम सैलरी x 15 x सेवा के साल) ÷ 26
यहां अंतिम सैलरी में केवल आपकी बेसिक सैलरी और डीए यानी महंगाई भत्ता शामिल होते हैं। 26 से इसलिए भाग दिया जाता है क्योंकि महीने में औसतन 26 वर्किंग डेज माने जाते हैं।
अगर कंपनी ग्रेच्युटी एक्ट के तहत कवर नहीं है तो फॉर्मूला होता है
ग्रेच्युटी = (अंतिम सैलरी x 15 x सेवा के साल) ÷ 30
इसमें महीने को 30 दिन माना जाता है इसलिए राशि थोड़ी कम बनती है।
5 साल की नौकरी पर ग्रेच्युटी का उदाहरण
मान लीजिए किसी की अंतिम सैलरी बेसिक और डीए मिलाकर तीस हजार रुपये है और उसने पांच साल सेवा की है
तो ग्रेच्युटी होगी
15 x 30000 x 5 ÷ 26 = लगभग 86538 रुपये
7 साल की नौकरी पर ग्रेच्युटी का उदाहरण
15 x 30000 x 7 ÷ 26 = लगभग 121846 रुपये
10 साल की नौकरी पर ग्रेच्युटी का उदाहरण
15 x 30000 x 10 ÷ 26 = लगभग 173077 रुपये
अगर अंतिम वर्ष में 6 महीने से ज्यादा नौकरी की है तो क्या होगा
अगर आपने नौकरी के अंतिम वर्ष में छह महीने से ज्यादा काम किया है तो उसे एक पूरा वर्ष मान लिया जाता है। जैसे अगर आपने सात साल आठ महीने नौकरी की है तो कैलकुलेशन में आठ साल जोड़े जाएंगे।
ग्रेच्युटी की अधिकतम सीमा
भारत सरकार ने ग्रेच्युटी की अधिकतम सीमा बीस लाख रुपये तय की है। यानी चाहे आपकी सैलरी कितनी भी हो ग्रेच्युटी की राशि बीस लाख रुपये से ज्यादा नहीं हो सकती।
विभिन्न वेतन पर ग्रेच्युटी कैलकुलेशन
मान लीजिए आपकी अंतिम सैलरी अलग अलग रही हो तो ग्रेच्युटी इस तरह से निकलेगी
- पांच साल और वेतन बीस हजार तो ग्रेच्युटी होगी करीब 57692 रुपये
- सात साल और वेतन पच्चीस हजार तो ग्रेच्युटी होगी करीब 101442 रुपये
- दस साल और वेतन चालीस हजार तो ग्रेच्युटी होगी करीब 230769 रुपये
- दस साल और वेतन साठ हजार तो ग्रेच्युटी होगी करीब 346154 रुपये
- दस साल और वेतन अस्सी हजार तो ग्रेच्युटी होगी करीब 462000 रुपये
ग्रेच्युटी के लिए जरूरी बातें
- केवल बेसिक सैलरी और डीए पर ही कैलकुलेशन होती है अन्य भत्ते शामिल नहीं होते
- अगर ग्रेच्युटी समय पर नहीं मिलती तो कंपनी को ब्याज सहित भुगतान करना होता है
- ग्रेच्युटी के लिए आवेदन करना जरूरी होता है और यह आवेदन नौकरी छोड़ने के 30 दिन के भीतर करना होता है
- सरकारी कर्मचारियों के लिए ग्रेच्युटी पूरी तरह टैक्स फ्री होती है जबकि प्राइवेट कर्मचारियों के लिए 20 लाख तक टैक्स फ्री है
ग्रेच्युटी कब नहीं मिलती
- अगर किसी कर्मचारी को अनुशासनहीनता धोखाधड़ी या किसी गंभीर अपराध के चलते निकाला गया हो
- अगर किसी ने पांच साल से कम सेवा की हो और वह मृत्यु या विकलांगता जैसी स्थिति नहीं हो
- कंपनी में कुल 10 से कम कर्मचारी हों
ग्रेच्युटी कैलकुलेट करने का आसान तरीका
- सबसे पहले अपनी अंतिम बेसिक सैलरी और डीए पता करें
- कुल कितने साल नौकरी की है वह देखें
- अंतिम वर्ष में छह महीने से ज्यादा नौकरी की हो तो एक वर्ष और जोड़ें
- ऊपर दिए गए फॉर्मूले में यह आंकड़े डालकर ग्रेच्युटी निकाल लें
ग्रेच्युटी एक बहुत ही महत्वपूर्ण लाभ है जो हर कर्मचारी को मिलना चाहिए यदि वह नियमों के अनुसार पात्र है। यह न सिर्फ रिटायरमेंट के समय एक बड़ी राहत देती है बल्कि एक सुरक्षित भविष्य के लिए भी सहारा बनती है। अगर आपने किसी कंपनी में 5 साल या उससे ज्यादा समय काम किया है तो आप इस लाभ के हकदार हैं। आपको बस अपनी बेसिक सैलरी और सेवा के सालों की सही जानकारी रखनी है और ग्रेच्युटी का लाभ समय पर लेने के लिए सही आवेदन प्रक्रिया अपनानी है। जरूरत पड़ने पर अपने कंपनी के एचआर या अकाउंट्स डिपार्टमेंट से जरूर संपर्क करें।