Petrol Diesel Rate Today – अगर आप रोज अपने स्कूटर बाइक या कार से ऑफिस जाते हैं या फिर ट्रांसपोर्ट से जुड़ा कोई भी बिजनेस करते हैं तो पेट्रोल और डीजल की कीमतें आपके लिए बहुत मायने रखती हैं। हाल ही में सरकार ने इन कीमतों को लेकर कुछ नए बदलाव किए हैं जिससे आने वाले दिनों में आपकी जेब पर इसका सीधा असर पड़ सकता है।
पेट्रोल और डीजल के दाम हमेशा चर्चा में रहते हैं क्योंकि ये सिर्फ आपकी ट्रैवलिंग कॉस्ट ही नहीं बढ़ाते बल्कि महंगाई का भी बड़ा कारण बनते हैं। अगर फ्यूल महंगा हुआ तो ट्रांसपोर्ट महंगा होगा और अगर ट्रांसपोर्ट महंगा हुआ तो हर सामान जो आपके घर आता है उसकी कीमत भी बढ़ जाएगी।
सरकार ने एक्साइज ड्यूटी में किया बदलाव
सरकार ने हाल ही में पेट्रोल और डीजल पर लगने वाली एक्साइज ड्यूटी में दो रुपये प्रति लीटर की बदलाव की है। इसका मतलब यह है कि अब पेट्रोल और डीजल की कीमतें धीरे धीरे बढ़ सकती हैं। भले ही अभी इनका असर पूरी तरह से न दिख रहा हो लेकिन जल्द ही इसका सीधा असर पेट्रोल पंप पर मिलने वाले रेट पर पड़ेगा।
एक्साइज ड्यूटी केंद्र सरकार द्वारा वसूला जाने वाला टैक्स होता है जो ईंधन की मूल कीमत पर लगाया जाता है। इसके अलावा हर राज्य वैट यानी वैल्यू एडेड टैक्स भी लगाता है जिससे कीमतों में और इजाफा होता है।
पेट्रोल डीजल की कीमतें शहर दर शहर
हर शहर में फ्यूल की कीमत अलग होती है क्योंकि हर राज्य में टैक्स की दर अलग होती है। नीचे कुछ बड़े शहरों के ताजा रेट देखिए
- दिल्ली में पेट्रोल की कीमत है 94.77 रुपये प्रति लीटर और डीजल 87.67 रुपये प्रति लीटर
- मुंबई में पेट्रोल 103.50 रुपये और डीजल 90.03 रुपये प्रति लीटर
- चेन्नई में पेट्रोल 101.03 रुपये और डीजल 92.61 रुपये
- कोलकाता में पेट्रोल 105.01 रुपये और डीजल 91.82 रुपये
- बेंगलुरु में पेट्रोल 102.86 रुपये और डीजल 88.94 रुपये
- लखनऊ में पेट्रोल 94.65 रुपये और डीजल 87.76 रुपये
- चंडीगढ़ में पेट्रोल 94.24 रुपये और डीजल 82.40 रुपये
पेट्रोल डीजल की कीमतें कैसे तय होती हैं
कई लोगों को यह नहीं पता होता कि आखिर पेट्रोल डीजल की कीमतें रोज क्यों बदलती हैं। इसके पीछे कई कारण होते हैं जैसे
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें
- डॉलर और रुपये की विनिमय दर
- सरकार द्वारा लगाई गई एक्साइज ड्यूटी
- राज्य सरकारों द्वारा लगाया गया वैट
- डिस्ट्रीब्यूशन और ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट
- रिफाइनरी से पंप तक लाने की लागत
इन सभी फैक्टर्स को मिलाकर हर दिन पेट्रोल और डीजल की नई कीमत तय होती है जिसे सुबह छह बजे अपडेट किया जाता है।
एक्साइज ड्यूटी बढ़ने का असर क्या होगा
सरकार ने जब एक्साइज ड्यूटी दो रुपये प्रति लीटर बढ़ाई है तो इसका सीधा मतलब है कि आने वाले समय में पेट्रोल डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी हो सकती है। इससे क्या क्या असर पड़ेगा आइए समझते हैं
- महंगाई बढ़ेगी
जब फ्यूल महंगा होगा तो ट्रांसपोर्ट महंगा होगा। जब ट्रांसपोर्ट महंगा होगा तो सब्जी से लेकर दूध और बाकी सामान की कीमतें बढ़ेंगी। इससे आम आदमी की जेब पर बोझ बढ़ेगा। - उद्योगों की लागत बढ़ेगी
कई उद्योगों में मशीनरी डीजल से चलती है या फिर माल ढुलाई डीजल से होती है। ऐसे में उत्पादन लागत बढ़ेगी और इसका असर चीजों की कीमत पर पड़ेगा। - ट्रैवल खर्च बढ़ेगा
जिनका रोज ऑफिस आना जाना है या जो टैक्सी कैब या बस का इस्तेमाल करते हैं उनके लिए यात्रा महंगी हो जाएगी। - सरकार की आमदनी बढ़ेगी
हालांकि इसका फायदा सरकार को टैक्स के रूप में मिलेगा जिससे वह अन्य योजनाओं में खर्च कर सकती है लेकिन आम जनता को यह राहत की जगह बोझ लग सकता है।
क्या सस्ता हो सकता है पेट्रोल डीजल
कई बार अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें गिर जाती हैं जिससे पेट्रोल डीजल सस्ता हो सकता है। लेकिन अगर सरकार टैक्स नहीं घटाती तो जनता तक इसका लाभ नहीं पहुंचता।
अगर केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर टैक्स कम करें तो पेट्रोल डीजल की कीमतों में थोड़ी राहत मिल सकती है। लेकिन अभी के हालात को देखकर लगता है कि जल्द राहत मिलने की संभावना कम है।
लोगों को क्या करना चाहिए
जब फ्यूल की कीमतें बढ़ती हैं तो लोगों को कुछ उपाय अपनाने चाहिए जैसे कि
- कार पूलिंग करें ताकि ईंधन की बचत हो
- सार्वजनिक परिवहन का ज्यादा उपयोग करें
- बाइक या स्कूटर में माइलेज फ्रेंडली राइडिंग करें
- अपने वाहन का सर्विस समय पर कराएं जिससे फ्यूल इफिशिएंसी बनी रह
पेट्रोल और डीजल की कीमतें सिर्फ एक आंकड़ा नहीं होती बल्कि यह आपके बजट को हिला सकती हैं। सरकार के हर फैसले का सीधा असर जनता पर पड़ता है। इसलिए जरूरी है कि हम नियमित रूप से इन कीमतों की जानकारी लेते रहें और अपने खर्चों की प्लानिंग उसी हिसाब से करें।
अगर आने वाले दिनों में टैक्स और अंतरराष्ट्रीय बाजार में कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ तो उम्मीद की जा सकती है कि कीमतें स्थिर रहेंगी लेकिन अगर फिर से ड्यूटी बढ़ाई गई तो जेब पर और असर पड़ेगा।