Railway Ticket Booking Rules – मई 2025 से भारतीय रेलवे ने टिकट बुकिंग से जुड़ी कुछ अहम नियमों में बदलाव किए हैं, और इन बदलावों का सीधा असर आम यात्रियों पर पड़ेगा। अगर आप भी रेलवे से यात्रा करने का प्लान बना रहे हैं तो इन नए नियमों को जानना आपके लिए जरूरी है। इन बदलावों का उद्देश्य यात्रियों को बेहतर सुविधा, पारदर्शिता और सुरक्षा देना है, साथ ही टिकट बुकिंग में एजेंटों की धांधली, वेटिंग लिस्ट और ओवरबुकिंग जैसी समस्याओं पर भी लगाम लगाना है।
इन बदलावों के तहत कई महत्वपूर्ण बातें सामने आई हैं जो यात्रियों की यात्रा को ज्यादा सुविधाजनक और सुरक्षित बनाएंगी। अगर आप भी ट्रेन टिकट बुक करते समय इन नए नियमों का ध्यान रखेंगे तो आपकी यात्रा और भी आसान हो सकती है। चलिए, जानते हैं मई 2025 से रेलवे के टिकट बुकिंग सिस्टम में कौन-कौन से बदलाव हुए हैं:
वेटिंग टिकट के नए नियम
रेलवे ने वेटिंग टिकट को लेकर एक बड़ा बदलाव किया है। अब से स्लीपर और सभी एसी कोचों में वेटिंग टिकट वाले यात्रियों को यात्रा की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसका मतलब ये है कि अगर आपके पास वेटिंग टिकट है, तो आप सिर्फ जनरल कोच में यात्रा कर सकते हैं। अगर आप आरक्षित कोच में वेटिंग टिकट लेकर चढ़ते हैं, तो आपको भारी जुर्माना भरना पड़ सकता है और ट्रेन से उतार भी दिया जा सकता है। इस बदलाव से रेलवे कोचों में भीड़ और ओवरबुकिंग की समस्या को कम करने में मदद मिलेगी और असली टिकटधारकों को सीट मिलने में आसानी होगी।
टिकट बुकिंग की अवधि में बदलाव
अब यात्रियों को अपनी यात्रा की तारीख से सिर्फ 60 दिन पहले टिकट बुक करने का मौका मिलेगा, जबकि पहले यह अवधि 120 दिन तक थी। इस बदलाव से आम यात्रियों को टिकट मिलने की संभावना बढ़ेगी और एजेंटों की धांधली पर रोक लगेगी। इसका मतलब यह है कि आप अपनी यात्रा से पहले 60 दिन के भीतर टिकट बुक कर पाएंगे, जिससे बुकिंग सिस्टम ज्यादा पारदर्शी होगा।
तत्काल टिकट बुकिंग के नए नियम
तत्काल टिकट बुकिंग में भी अब कई बदलाव किए गए हैं। अब तत्काल टिकट बुक करते समय आधार वेरिफिकेशन अनिवार्य होगा, और टिकट की कीमत अब स्थिर नहीं रहेगी। डायनामिक प्राइसिंग लागू की जाएगी, यानी मांग और बुकिंग के समय के हिसाब से टिकट की कीमत बढ़ या घट सकती है। इसके अलावा, कन्फर्म तत्काल टिकट पर अब कोई रिफंड नहीं मिलेगा। इसके साथ ही, तत्काल टिकट बुकिंग शुरू होने के पहले 30 मिनट तक एजेंट टिकट बुक नहीं कर पाएंगे, जिससे आम यात्रियों को टिकट मिलने में आसानी होगी।
रिफंड पॉलिसी में बदलाव
रिफंड पॉलिसी में भी कुछ अहम बदलाव किए गए हैं। अब अगर आप ट्रेन प्रस्थान से 48 घंटे पहले टिकट रद्द करते हैं तो आपको 75% रिफंड मिलेगा, वहीं 24 से 48 घंटे के बीच टिकट रद्द करने पर आपको 50% रिफंड मिलेगा। अगर आपने 24 घंटे से कम समय में टिकट रद्द किया तो आपको कोई रिफंड नहीं मिलेगा। इसके साथ ही, कन्फर्म तत्काल टिकट पर भी अब कोई रिफंड नहीं मिलेगा।
खानपान सेवा में बदलाव
एक और महत्वपूर्ण बदलाव जो रेलवे ने किया है, वह खानपान से जुड़ा है। अब यात्रियों को बिना मील बुक किए भी ट्रेन में खाना खरीदने की सुविधा मिलेगी। इससे यात्रा के दौरान बेहतर खानपान सेवा मिलेगी और यात्रियों को खाने के लिए पहले से मील बुक करने की जरूरत नहीं होगी।
पहचान पत्र के नए नियम
रेलवे ने एक और नियम लागू किया है, जिसके तहत अब टिकट बुकिंग और यात्रा के समय एक ही पहचान पत्र का उपयोग करना होगा। यानी जिस आईडी के साथ आपने टिकट बुक किया है, वही यात्रा के दौरान भी आपको दिखानी होगी। यह कदम सुरक्षा और पारदर्शिता को बढ़ाने के लिए उठाया गया है।
एजेंट बुकिंग पर रोक
अब से तत्काल टिकट बुकिंग के पहले 30 मिनट तक कोई भी एजेंट टिकट बुक नहीं कर पाएंगे। इस कदम से यात्रियों को अधिक पारदर्शिता और समान अवसर मिलेगा, जिससे एजेंटों की धांधली पर भी रोक लगेगी।
इन बदलावों से किसे मिलेगा फायदा?
इन सभी बदलावों का सबसे बड़ा फायदा आम यात्रियों को होगा। अब उन्हें टिकट मिलने की संभावना बढ़ेगी, वेटिंग लिस्ट और ओवरबुकिंग की समस्याएं कम होंगी, और टिकट बुकिंग प्रक्रिया ज्यादा पारदर्शी होगी। इसके अलावा, रेलवे प्रशासन को भी पारदर्शिता और अतिरिक्त राजस्व मिलेगा, जिससे रेलवे सेवा की गुणवत्ता में सुधार होगा।
यात्रियों को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
अगर आप रेलवे यात्रा की योजना बना रहे हैं तो इन नए नियमों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है:
- वेटिंग टिकट लेकर स्लीपर या एसी कोच में यात्रा न करें।
- टिकट बुकिंग के लिए 60 दिन पहले की योजना बनाएं।
- तत्काल टिकट बुक करते समय आधार वेरिफिकेशन करें।
- टिकट बुकिंग के समय दी गई आईडी ही यात्रा के समय साथ रखें।
- रिफंड पॉलिसी को अच्छे से पढ़ें।
- खानपान सेवा का लाभ उठाने के लिए मील बुकिंग जरूरी नहीं है।
इन नए नियमों का उद्देश्य यात्रियों को बेहतर सेवा देना और टिकट बुकिंग प्रक्रिया को पारदर्शी बनाना है। वेटिंग टिकट पर सख्ती, तत्काल टिकट बुकिंग में आधार वेरिफिकेशन, और रिफंड पॉलिसी में बदलाव जैसे कदम आम यात्रियों के लिए फायदेमंद साबित होंगे। अगर आप इन नए नियमों को समझकर यात्रा करेंगे तो आपकी यात्रा ज्यादा आरामदायक और सुरक्षित हो सकती है।