Senior Citizen Pension – अगर आपके घर में कोई बुजुर्ग है या आप खुद 60 साल की उम्र पार कर चुके हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। अब सरकार ने एक ऐसा फैसला लिया है जिससे बुजुर्गों को हर साल जो टैक्स का बोझ उठाना पड़ता था, उससे राहत मिल सकती है। 1 जुलाई 2025 से एक नया नियम लागू होने जा रहा है जो सीनियर सिटीज़न्स के लिए फायदे का सौदा साबित होगा। आइए जानते हैं कि क्या बदलाव आने वाला है और इसका फायदा कैसे मिलेगा।
सबसे पहले जान लें कौन होता है सीनियर सिटिजन
भारत में अगर किसी व्यक्ति की उम्र 60 साल या उससे ज्यादा हो गई है तो उसे सीनियर सिटिजन माना जाता है। और अगर कोई 80 साल से ऊपर है तो वह वेरी सीनियर सिटिजन की श्रेणी में आता है। इन दोनों कैटेगरी के लोगों को सरकार टैक्स से लेकर मेडिकल और पेंशन तक में कई तरह की राहत देती है। लेकिन अब जो नया नियम आया है वो और भी राहत देने वाला है।
1 जुलाई 2025 से क्या नया बदलने वाला है
अब बात करते हैं असली मुद्दे की। सरकार ने एलान किया है कि जुलाई 2025 से सीनियर सिटीज़न्स की सालाना पेंशन इनकम अगर पांच लाख रुपये तक है तो उस पर कोई टैक्स नहीं देना होगा। यानी अब हर महीने जो पेंशन आती है, उस पर टैक्स नहीं कटेगा और सारा पैसा सीधा हाथ में आएगा। इसके साथ ही एक और फायदा दिया गया है – अगर किसी बुजुर्ग का मेडिकल खर्च पचास हजार रुपये सालाना से ज्यादा है, तो उसका भी टैक्स क्लेम किया जा सकेगा।
इन नए नियमों से क्या-क्या फायदे होंगे
नए नियम सिर्फ सुनने में अच्छे नहीं हैं, इनसे असली जिंदगी में कई तरह के फायदे मिलने वाले हैं। जैसे –
- अब पेंशन पर टैक्स नहीं कटेगा, जिससे बुजुर्गों को हर महीने ज्यादा पैसा मिलेगा
- बैंक अब टीडीएस नहीं काटेगा अगर आपकी इनकम पांच लाख के अंदर है
- फॉर्म 15एच भरने की जरूरत नहीं पड़ेगी, जो पहले हर साल भरना पड़ता था
- मेडिकल खर्च का बिल दिखा कर टैक्स में और छूट मिल सकती है
अब जानते हैं कैसे कुछ लोगों की जिंदगी बदलेगी इन नियमों से
मान लीजिए पटना की सुमित्रा देवी हैं, जिनकी उम्र 68 साल है। उन्हें हर महीने छह हजार रुपये पेंशन मिलती है, यानी साल में बहरहाल 72 हजार रुपये। पहले बैंक हर साल तीन हजार रुपये टीडीएस काट लेता था क्योंकि उन्होंने फॉर्म नहीं भरा था। लेकिन अब नए नियम लागू होने के बाद उन्हें पूरा पैसा मिलेगा, यानी एक भी रुपया टैक्स नहीं कटेगा।
इसी तरह कानपुर के श्री रामनाथ सिंह हैं, जिनकी उम्र 74 साल है। उन्हें हर साल करीब अड़तालीस हजार रुपये दवा और इलाज में खर्च करने पड़ते हैं। पहले इस खर्च पर कोई छूट नहीं मिलती थी, लेकिन अब यह खर्च पचास हजार तक टैक्स में डिडक्शन के रूप में माना जाएगा। यानी अब उन्हें टैक्स में राहत मिलेगी और कुल मिलाकर साल की सेविंग बढ़ेगी।
इन लाभों को पाने के लिए क्या दस्तावेज रखने होंगे तैयार
सरकार ने यह भी साफ किया है कि इन लाभों का फायदा लेने के लिए कुछ जरूरी कागजात अपने पास संभाल कर रखने होंगे। जैसे –
- पैन कार्ड
- आधार कार्ड
- पेंशन स्लिप या स्टेटमेंट
- बैंक स्टेटमेंट
- मेडिकल खर्चों के बिल
अगर आपके पास ये दस्तावेज हैं तो आपको किसी भी तरह की दिक्कत नहीं होगी और आप पूरे नियमों का लाभ उठा पाएंगे।
ध्यान रखने वाली बातें
यह नियम उन लोगों पर लागू नहीं होगा जिनकी कुल सालाना आय पांच लाख से ज्यादा है। अगर आपकी आय इससे ऊपर है तो फिर टैक्स की गणना उसी हिसाब से होगी जैसे पहले होती थी। साथ ही अगर आप रिटर्न नहीं भरते हैं तो फायदे लेने में परेशानी आ सकती है। इसलिए इनकम टैक्स रिटर्न समय पर फाइल करना जरूरी है।
सरकार का यह कदम बुजुर्गों के लिए बड़ा सहारा
यह कहना गलत नहीं होगा कि सरकार ने बुजुर्गों की तकलीफों को समझा है और उनकी आर्थिक सेहत को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया है। रिटायरमेंट के बाद आय के सीमित साधन होते हैं और ऐसे में टैक्स की छूट मिलना बहुत बड़ी राहत है। अब जरूरी है कि आप या आपके परिवार के बुजुर्ग इस फैसले की जानकारी रखें और सही वक्त पर जरूरी दस्तावेज तैयार रखें।
सीनियर सिटीज़न्स को अब टैक्स से बड़ी राहत मिलने जा रही है। जुलाई 2025 से लागू होने वाले इन नियमों के तहत पेंशन इनकम टैक्स फ्री होगी और मेडिकल खर्च पर भी राहत मिलेगी। सरकार ने इस फैसले से ये दिखा दिया है कि बुजुर्गों का सम्मान सिर्फ बातों में नहीं, बल्कि फैसलों में भी होना चाहिए। अब आपकी बारी है कि आप इस जानकारी को अपने करीबियों के साथ साझा करें और जरूरतमंद बुजुर्गों तक इस राहत की खबर पहुंचाएं।