Traffic Challan Rules – अगर अब आप GT रोड या औरंगाबाद-पटना नेशनल हाईवे (NH-139) पर तेज रफ्तार में गाड़ी दौड़ाते नजर आ गए, तो बिना पुलिस के रोके भी आपका चालान कट जाएगा! जी हां, बिहार में हाईवे पर ऑटोमेटिक चालान सिस्टम शुरू हो गया है। अब नियम तोड़ते ही सीधा आपके मोबाइल पर चालान की खबर पहुंचेगी।
हाई-टेक गाड़ियां कर रही हैं निगरानी
ट्रैफिक नियमों को सही तरीके से लागू करने के लिए जिला पुलिस को दो जबरदस्त हाईवे पेट्रोलिंग गाड़ियां दी गई हैं। ये गाड़ियां बेहद एडवांस कैमरों और ट्रैकिंग सिस्टम से लैस हैं जो हर गुजरने वाली गाड़ी की स्पीड और नंबर प्लेट पर नजर रखेंगी।
एक गाड़ी GT रोड (बारुण से मदनपुर तक) निगरानी करेगी।
दूसरी गाड़ी NH-139 (जसोइया मोड़ से दाउदनगर तक) के ट्रैफिक पर नजर रखेगी।
ऑटोमेटिक चालान सिस्टम कैसे करेगा काम?
ये नई तकनीक बहुत स्मार्ट तरीके से काम करती है:
गाड़ियों की स्पीड मापी जाएगी और नंबर प्लेट को स्कैन किया जाएगा।
अगर किसी गाड़ी ने स्पीड लिमिट या किसी भी नियम का उल्लंघन किया, तो तुरंत चालान जनरेट होगा।
चालान सीधे वाहन मालिक के रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर SMS के जरिए भेजा जाएगा।
अगर मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड नहीं है, तो चालान पोस्ट के जरिए घर के पते पर पहुंच जाएगा।
समय पर चालान नहीं भरने पर आपके वाहन का रजिस्ट्रेशन भी रद्द हो सकता है।
तो अब गलती करने पर बहानेबाजी या बहस करने का कोई चांस ही नहीं रहेगा!
हादसों में भी काम आएंगी हाईवे पेट्रोलिंग गाड़ियां
ये गाड़ियां सिर्फ चालान काटने के लिए नहीं, बल्कि हादसों के समय लोगों की मदद के लिए भी तैयार रहेंगी। इनके पास रहेंगे:
कटर मशीनें (फंसे हुए घायलों को निकालने के लिए)
फर्स्ट एड किट
स्ट्रेचर और रेस्क्यू इक्विपमेंट
घायलों को फटाफट अस्पताल पहुंचाने के इंतजाम
इससे एक्सीडेंट के बाद की राहत कार्यवाही भी अब पहले से कहीं ज्यादा तेज होगी।
अब तेज रफ्तार चलाना पड़ेगा महंगा
GT रोड और NH-139 पर अब हर सेक्शन की स्पीड लिमिट तय की जा रही है। इसके बाद अगर कोई कार, बाइक या ट्रक लिमिट से तेज चलेगा, तो सीधे ऑटोमेटिक चालान मिलेगा – चाहे दिन हो या रात।
यानि अब हाईवे पर फुल स्पीड में उड़ने का शौक महंगा पड़ सकता है।
कहां-कहां रहेगी कड़ी नजर?
ट्रैफिक डीएसपी मनोज कुमार के मुताबिक:
GT रोड: बारुण से मदनपुर तक
NH-139: जसोइया मोड़ से दाउदनगर तक
इन रूट्स पर हर पल पैनी नजर रहेगी, और अब कोई भी नियम तोड़ने वाला बच नहीं पाएगा।
इस नए सिस्टम का मकसद क्या है?
सरकार का मकसद बहुत सीधा है:
ट्रैफिक नियमों का सख्ती से पालन कराना
सड़क हादसों की संख्या घटाना
हाईवे ट्रैफिक को और ज्यादा सुरक्षित बनाना
डीएसपी के मुताबिक, अगले हफ्ते से यह नई व्यवस्था पूरी तरह लागू हो जाएगी। यानी अब हाईवे पर नियम तोड़ने वालों के बुरे दिन शुरू!